PM PRANAM Yojana: हमें गर्व है यह घोषणा करते हुए कि केंद्र सरकार ने देशभर के किसानों के हित में एक नई और महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत की है।
इस योजना का नाम है “प्रमोशन ऑफ अल्टरनेटिव न्यूट्रिशियंस फॉर एग्रीकल्चर मैनेजमेंट” या पीएम प्रणाम योजना।
यह योजना केंद्र सरकार के सब्सिडी बोझ को कम करने का एक महत्वपूर्ण कदम है और इससे देश के किसानों को कई लाभ प्राप्त होंगे।
PM PRANAM योजना को मंत्रिपरिषद की सम्मति मिलने की संभावना है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य रासायनिक उर्वरकों पर देय सब्सिडी बोझ को कम करना है, जो 2022-23 में 2.25 लाख करोड़ रुपये की अनुमानित राशि है—2021 की 1.62 लाख करोड़ रुपये की 2021 राशि के मुकाबले 39% अधिक।
PM PRANAM योजना के तहत किसानों को रासायनिक उर्वरकों की अधिक आपूर्ति के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत उर्वरकों के प्रयोग से सब्सिडी बचत होगी और किसानों को फायदा होगा। PM PRANAM योजना के अंतर्गत सब्सिडी के नए तरीके और प्रबंधन मार्गदर्शिका भी तैयार की जाएगी।
PM PRANAM Yojana 2023 Overview
विषय | विवरण |
---|---|
योजना का नाम | पीएम प्रणाम योजना |
शुरू करने वाले | केंद्र सरकार |
उद्देश्य | केंद्र सरकार पर रसायनिक उर्वरकों की सब्सिडी का बोझ कम करना |
लाभार्थी | केंद्र सरकार और हमारे देश के किसान |
संबंधित विभाग | उर्वरक विभाग |
साल | 2023 |
अधिकारिक वेबसाइट | जल्द ही घोषित की जाएगी |
वैकल्पिक उर्वरकों का प्रोत्साहन
पीएम प्रणाम योजना के अंतर्गत, केंद्र सरकार वैकल्पिक उर्वरकों के उपयोग को प्रोत्साहित करेगी।
यह उर्वरक नये और सुरक्षित विकल्प के रूप में पेश किए जाएंगे, जो कीमती खाद्य और अन्य जीविकों के नुकसान को कम करेंगे। यह उपाय केंद्र सरकार की प्रयासों का हिस्सा है जो पर्यावरण को संरक्षित रखने और खेती के सुस्त प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।
उर्वरक विभाग द्वारा संचालित
पीएम प्रणाम योजना को उर्वरक विभाग द्वारा संचालित किया जाएगा। इसके तहत, विभिन्न राज्यों को उर्वरकों के उत्पादन में तकनीकी प्रगति करने और वैकल्पिक रूप से संपत्ति निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
उर्वरकों के उत्पादन इकाइयों को विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी, जो कि केमिकल फर्टिलाइजर के उपयोग में कमी और जागरूकता को प्रोत्साहित करेगी।
इससे राज्यों को अपनी स्वतंत्रता में बढ़ोतरी होगी और उन्हें खेती में नवीनतम तकनीक का उपयोग करने का अवसर मिलेगा।
PM PRANAM Yojana लाभार्थी
पीएम प्रणाम योजना का प्राथमिक लक्ष्य है केंद्र सरकार और देश के किसान भाइयों को लाभ पहुंचाना।
यह योजना उन सभी किसानों के लिए है जो अपनी खेती में वैकल्पिक उर्वरकों का उपयोग करना चाहते हैं और रसायनिक उर्वरकों पर सब्सिडी के बोझ को कम करने के लिए योजना के तहत उच्च प्रदर्शन का पालन करेंगे।
पीएम प्रणाम योजना के लाभ
पीएम प्रणाम योजना के अंतर्गत, किसानों को कई लाभ प्राप्त होंगे। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण लाभ निम्नलिखित हैं:
1. केमिकल फर्टिलाइजर के उपयोग में कमी
पीएम प्रणाम योजना के तहत, किसानों को वैकल्पिक उर्वरकों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
यह उपाय केमिकल फर्टिलाइजर के उपयोग में कमी लाएगा और पर्यावरण को संरक्षित रखेगा। कम उर्वरक उपयोग से मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ेगी और पौधों को प्राकृतिक पोषक तत्वों का अधिक लाभ मिलेगा।
2. आर्थिक लाभ
पीएम प्रणाम योजना के अनुसार, उर्वरक विभाग द्वारा प्रदान की जाने वाली सब्सिडी बचत के 50% पैसे उस राज्य को दिए जाएंगे जहां प्रदर्शन की गई है।
यह राज्य सरकारें उर्वरक उत्पादन इकाइयों को तकनीकी प्रगति के लिए प्रोत्साहित करेंगी और स्वतंत्रता में विकास करेंगी। इससे उद्यमिता बढ़ेगी और कृषि सेक्टर में आर्थिक वृद्धि होगी।
3. नवीनतम तकनीक का उपयोग
पीएम प्रणाम योजना के तहत, राज्य सरकारें यूनिटी मॉल स्थापित करेंगी, जहां पर्यावरण सुरक्षित वैकल्पिक उर्वरकों का प्रचार और बिक्री होगी।
यह मॉल उत्पादकों को नवीनतम तकनीक और उत्पादों को बेहतर बाजार में प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेगा।
किसानों को नए और सुरक्षित विकल्पों के साथ प्रोत्साहित किया जाएगा और उन्हें खेती में नवीनतम तकनीक का उपयोग करने का मौका मिलेगा।
PM PRANAM Yojana विशेषताएं
पीएम प्रणाम योजना की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
- सब्सिडी बचत: योजना के तहत, सब्सिडी बचत का 50% हिस्सा प्रदर्शन की गई उर्वरक उत्पादन इकाइयों को दिया जाएगा, जो कम उपयोग करने और जागरूकता पैदा करने में सक्षम होंगी। बची हुई सब्सिडी राज्य सरकारें किसानों, पंचायतों, किसान उत्पादक संगठनों और स्वयं सहायता समूहों को पुरस्कार देने के लिए उपयोग की जाएगी।
- प्राकृतिक पोषण: योजना के माध्यम से केमिकल फर्टिलाइजर के उपयोग में कमी के कारण मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार होगा और पौधों को प्राकृतिक पोषण तत्वों का अधिक लाभ मिलेगा। इससे पृथ्वी की संतुलन सुरक्षा में मदद मिलेगी और पर्यावरण का संरक्षण होगा।
- खेती में प्रगति: योजना राज्यों को उर्वरकों के विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी, जो किसानों को नवीनतम तकनीक का उपयोग करने में सक्षम बनाएगी। इससे खेती के क्षेत्र में तकनीकी प्रगति होगी, उत्पादकता बढ़ेगी, और किसानों को आर्थिक लाभ प्राप्त होगा।
संक्षेप में
पीएम प्रणाम योजना एक महत्वपूर्ण कदम है जो केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हित में उठाया गया है।
इस योजना के तहत, केंद्र सरकार वैकल्पिक उर्वरकों को प्रोत्साहित करेगी और रसायनिक उर्वरकों पर सब्सिडी के बोझ को कम करेगी।
किसानों को कई लाभ प्राप्त होंगे जैसे कीमती खादों का उपयोग, पृथ्वी की संतुलन सुरक्षा, आर्थिक वृद्धि, और नवीनतम तकनीक का उपयोग करने का मौका।
यह योजना कृषि सेक्टर को स्वतंत्रता और उद्यमिता की ओर बढ़ाने में मदद करेगी और देश के किसानों को आर्थिक सुरक्षा और समृद्धि प्रदान करेगी।
इसलिए, PM PRANAM Yojana को सफलतापूर्वक लागू करने से देश की कृषि सेक्टर को एक मजबूत और सुरक्षित भविष्य मिलेगा, जहां किसानों का हक पूरी तरह से संरक्षित होगा और विकास के मार्ग में मदद मिलेगी।
FAQ (पीएम प्रणाम (PM PRANAM) योजना के बारे में प्रश्नों के उत्तर:)
पीएम प्रणाम (PM PRANAM) योजना क्या है?
पीएम प्रणाम (PM PRANAM) योजना एक सरकारी योजना है जो कृषि प्रबंधन के लिए वैकल्पिक पोषक तत्त्वों को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखती है। इस योजना के तहत, किसानों को परंपरागत रूप से उपयोग होने वाले केमिकल उर्वरकों की आदत से मुक्ति मिलती है और उन्हें वैकल्पिक उर्वरकों का प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
पीएम प्रणाम (PM PRANAM) योजना के लाभ क्या हैं?
पीएम प्रणाम (PM PRANAM) योजना के द्वारा किसानों को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:
– केमिकल उर्वरकों के उपयोग से होने वाले प्रदूषण का कम होना।
– परंपरागत कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने से कृषि क्षेत्र में उत्पादन का वृद्धि होना।
– वैकल्पिक उर्वरकों के उपयोग से खेती में आयतन और गुणवत्ता का सुधार होना।
– किसानों को उर्वरकों की बढ़ती लागत से छुटकारा मिलना।
– कृषि उत्पादों की मांग में वृद्धि होने से उत्पादकों को अधिक मुनाफा प्राप्त होना।
पीएम प्रणाम (PM PRANAM) योजना का कार्यान्वयन कैसे होगा?
– पीएम प्रणाम (PM PRANAM) योजना का कार्यान्वयन निम्नलिखित तरीके से होगा:
– किसानों को वैकल्पिक उर्वरकों के बारे में जागरूक करना और उन्हें इन उर्वरकों के लाभों के बारे में शिक्षित करना।
– किसानों को वैकल्पिक उर्वरकों की वितरण पर सहायता प्रदान करना।
– उच्च गुणवत्ता वाले वैकल्पिक उर्वरकों के लिए सब्सिडी प्रदान करना।
– कृषि उत्पादों पर वैकल्पिक उर्वरकों का प्रयोग करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करना।
पीएम प्रणाम (PM PRANAM) योजना क्यों महत्वपूर्ण है?
पीएम प्रणाम (PM PRANAM) योजना निम्नलिखित कारणों से महत्वपूर्ण है:
– केमिकल उर्वरकों का अधिक उपयोग प्रदूषण को बढ़ाता है और कृषि क्षेत्र में समस्याएं पैदा करता है। वैकल्पिक उर्वरकों का प्रयोग करके इस प्रदूषण को कम करना अत्यंत आवश्यक है।
– परंपरागत कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने से कृषि उत्पादन को सुरक्षित करना और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से संगठित करना महत्वपूर्ण है।
– उर्वरकों की उच्च मूल्य पर सरकारी सब्सिडी बढ़ाती है जो किसानों को उर्वरकों के खरीद की लागत से छुटकारा दिलाती है।
– वैकल्पिक उर्वरकों का प्रयोग करने से कृषि उत्पादों की गुणवत्ता और पैदावार बढ़ी, जिससे किसानों को अधिक मुनाफा हासिल होता है।
पीएम प्रणाम (PM PRANAM) योजना के तहत कौन-कौन सी पहलें हुई हैं?
सरकार द्वारा पीएम प्रणाम (PM PRANAM) योजना के तहत निम्नलिखित पहलें हुई हैं:
– किसानों को वैकल्पिक उर्वरकों के लिए जागरूक करने के लिए शिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन।
– वैकल्पिक उर्वरकों की वितरण पर सहायता करने के लिए व्यवस्थाएं।
– उच्च गुणवत्ता वाले वैकल्पिक उर्वरकों के लिए सब्सिडी की प्रदान।
– किसानों को वैकल्पिक उर्वरकों का प्रयोग करने पर इनसेंटिव प्रदान करना।